AN UNBIASED VIEW OF HANUMAN CHALISA

An Unbiased View of hanuman chalisa

An Unbiased View of hanuman chalisa

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One who involves You with any longing or simply a sincere wish obtains the abundance of here the manifested fruit, which remains undying all through existence.

जय हनुमान ज्ञान गुण सागर। जय कपीस तिहुँ लोक उजागर॥

Your skin is golden in coloration so you are adorned with wonderful dresses. you have got adorning earrings in Your ears plus your hair is curly and thick. 

व्याख्या – जन्म–मरण–यातना का अन्त अर्थात् भवबन्धन से छुटकारा परमात्म प्रभु ही करा सकते हैं। भगवान् श्री हनुमान जी के वश में हैं। अतः श्री हनुमान जी सम्पूर्ण संकट और पीड़ाओं को दूर करते हुए जन्म–मरण के बन्धन से मुक्त कराने में पूर्ण समर्थ हैं।

भावार्थ– आपने अत्यन्त लघु रूप धारण कर के माता सीता जी को दिखाया और अत्यन्त विकराल रूप धारण कर लंका नगरी को जलाया।

O partial incarnation of Lord shiva, giver of joy to King Kesari. Your excellent majesty is revered by The complete globe.

अर्थ - श्री राम ने आपको यह कहकर हृदय से लगा लिया की तुम्हारा यश हजार मुख से सराहनीय हैं।

तुम्हरे भजन राम को पावै। जनम जनम के दुख बिसरावै॥

भावार्थ – श्री गुरुदेव के चरण–कमलों की धूलि से अपने मनरूपी दर्पण को निर्मल करके मैं श्री रघुवर के उस सुन्दर यश का वर्णन करता हूँ जो चारों फल (धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष) को प्रदान करने वाला है।

व्याख्या – भजन अथवा सेवा का परम फल है हरिभक्ति की प्राप्ति। यदि भक्त को पुनः जन्म लेना पड़ा तो अवध आदि तीर्थों में जन्म लेकर प्रभु का परम भक्त बन जाता है।

श्रुति रामकथा, मुख रामको नामु, हिएँ पुनि रामहिको थलु है ॥

By your grace, just one will go to the immortal abode of Lord Rama just after Loss of life and stay dedicated to Him. 

प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया॥

रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई॥

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